क्या करें, क्या न करें
एक सफल एंगलर होने के लिए यह जानना आवश्यक है कि कैसे और कहाँ ? मछ्ली पकड़े | सफलतापूर्वक मछ्ली पकड़ने के लिए नदियों तथा नालों कि इकोलाजी के बारे मे जानकारी होनी चाहिए | दोनों ट्राउट तथा महाशीर आहार तथा प्रजनन के लिए प्रवास करती हैं | वह सहायक नदियों में प्रजनन क्षेत्रों कि तलाश में ऊपर कि तरफ तैरती हैं | इसलिए यह जरूरी है कि एंगलिग का चयन करते समय मौसम के साथ प्रजनन व्यवहार में बदलाव की जानकारी हो | बादल रहित साफ आकाश मछ्ली पकड़ने के लिए सामान्यत आदर्श स्थिति मानी जाती है | सफलतापूर्वक मछ्ली पकड़ने के लिए शान्त व ठहरा हुआ पानी चाहिए और यदि तेज हवा चल रही हो तो कुछ नहीं किया जा सकता | भारी गरज व वारिश में मछ्ली आहार लेना बंद कर देते है इसलिए इन परिस्थितियों में मछ्ली पकड़ना बेकार है | मछ्ली पकड़ने का कार्यक्रम समूह में बनाना चाहिए | मछ्ली पकड़ने के स्थान, विश्राम गृह, लाइसैंस जारी करने वाला केन्द्र इन सभी की जानकारी पहले से एकत्रित कर लें | इससे असुविधा से बचा जा सकता है तथा स्थान पर पहुंचने के बाद बहुत सा समय बचाया जा सकता है |
1 सभी मछ्ली पकड़ने के उपकरणों को एक किट मे रखें | किट के साथ लैंडिंग नैट तथा ढेर सारी बातें ले जाना न भूलें |
2 सपुन को हमेशा पौलिस्ड रखें क्योकि मछलियाँ प्रायः चमकीली सतह की ओर आकर्षित होती है |
3 रौड को फैले रूप में ले जाते समय उसका सिर सामने की ओर न रखे क्योंकि यह सुरक्षित नही है | इसके बजाय उसके पीछे के भाग को सामने की ओर रखें |
4 ट्राउट को देखने पर नदी के आस-पास लगे पौधों मे फलाई को इस प्रकार फैंके मानो वह स्वाभाविक रूप से वहाँ गिरि हों | इससे मछ्ली पकड़ने की संभावना बढ़ जाती है |
5 जिस स्थान पर चोटी अंगुलिकाएं होती है उसे एंगलिग के लिए बेहतर माना जाता है | इसी प्रकार चट्टानों के नीचे झरनें, तालाब, बहता हुआ पानी गहरे तालाब आदर्श स्पॉट माने जाते है |
6 जैसे ही फलाई पानी की सतह को छूती है उसी समय ट्राउट उसे निगल लेती है | इसलिए एंगलर को तुरंत कारवाई कर अवसर का पूरा लाभ लेने के लिए तैयार रहना चाहिए |
7 सूर्य के सामने खड़े होकर मछ्ली पकड़ने से परछाई पानी मे नही पड़ती | एंगलर को परछाई को डरा देती है |
8 हल्के उपकरण हमेशा बेहतर परिणाम देते है | एक त्वरित झटका, रौड को हिलाना –तेज व धीमी गति का एहसास प्रायः मछ्ली को आकर्षित करता है |
9 अपनी मछ्ली को पकड़ने से पहले उसे पूरी तरह थका ले और कोई जल्दबाज़ी न करें | पानी मे छींटे न मारे इसे मछ्ली भाग सकती है |
10 मछ्ली को घर ताजा लाया जा सकता है यदि टोकरी के तल मे हरी घास बिछा दी जाए तथा मछ्ली व घास की परतें बिछाई जाए |
11 हिमाचल के जलों मे मछ्ली पकड़ने से पहले निम्नलिखित नियमो का ध्यान रखें जो हिमाचल प्रदेश मत्स्य अधिनियम 1976 में प्रदेश के मत्स्य धन की सुरक्षा हेतु बनाये गए है |