ट्राउट फार्मो की देखभाल व रख-रखाव
1 फार्म मे आने वाले जल के साथ जंगली मछलियों को रोकने के लिए उपयुक्त आकार की छलनी लगानी चाहिए |
2 पक्षियों तथा पतों से बचाने के लिए टेंकों तथा रेसवेस को जाली द्धारा ढक देना चाहिए |
3 एचआर 15 दिन के बाद रेसवेस को साफ तथा विसक्रमित किया जाना चाहिए | वर्तमान मे सोडियम हाइपोक्लोराइड सबसे बेहतर विकल्प है |
4 पशु धन की नियमित स्वास्थ्य जांच होनी चाहिए यदि कोई मछ्ली असामान्य व्यवहार या संकेत दिखाये तो उसे तुरंत अलग कर ले तथा किसी प्रयोगशाला या स्वास्थ्य केन्द्र मे देखभाल व उपचार के लिए स्थानान्तरित कर दे |
5 फार्म मे उपयोग होने वाले उपकरणों को जैसे कि जाल , बाल्टियों तथा तराजू इत्यादि के प्रयोग के बाद विसक्रमित कर दे |
6 कीटाणुनाशक का प्रयोग करते समय कर्मचारियो को दस्ताने व रबड़ के जूते पहनने चाहिए |
7 आहार को व्यर्थ जाने से तथा उससे होने वाले प्रदूषण से रोकने के लिए प्रतिदिन रेसवेस के पानी के तापमान का विवरण रखे तथा मत्स्य आहार देने के लिए उसी प्रकार योजना बनाए | अत्यधिक आहार देने से ऊंचे तापमान मे मछलिया मिस्टर सकती है |
8 मछलियों को रेसवेस से दूर ले जाकर अलग जगह पर काटना व साफ करना चाहिए |
इसके अतिरिक्त:-
1 फार्म मे सही चार दीवारी होनी चाहिए |
2 आगन्तुको का प्रवेश बंद होना चाहिए | यदि रेसवेस मे जाना हो तो आगन्तुको को दस्ताअने व रबड़ के बूट ही पहनाने चाहिए |
3 प्रवेश द्धार के पास एक नाली मे कीटाणुनाशक डाला होना चाहिए तथा केवल रबड़ के बूटों का ही प्रयोग करे |
4 मत्सय बीज क्रय हेतु मछ्ली तथा प्रजनन के लिए व्यस्को का रख – रखाव अलग –अलग जगहों प्र होना चाहिए |
5 अलग निकायों के उपकरण न बांटे और यदि आपातकालीन स्थिति हों तो प्रयोग से पहले विसक्रमित कर ले |
6 मछ्ली को मारकर निकालने वाले रक्त या आन्तो को साफ करके उस जगह को चुने ले साफ करे |मछ्ली को आन्त निकालने के बाद ही विक्रय करे |इसी प्रकार आहार के कच्चे माल के थैलो को आहार भण्डारण के लिए प्रयोग न करे |
कुल मिलकर यह कहा जा सकता है कि ट्राउट पालन मे उपयुक्त स्वास्थ्य कर सुविधाए तथा साफ सफाई अति आवश्यक है इसके बावजूद यदि बीमारी के लक्षण दिखाई दे तो अपने नजदीकी मत्स्य अधिकारी से संपर्क करे | विभाग ने ट्राउट पालको के लिए सर्वेक्षण कार्यक्रम भी शुरू किया है इस योजना का लाभ उठाये तथा मत्स्य रोग विज्ञानी को अपने फार्म पर बुलाने का प्रबन्ध करे |